हाल ही में जबलपुर GRP पुलिस ने गिरफ्तार किया है एक ठग को जो CRPF की वर्दी पहनकर लोगों को बनाता था अपना चारा जिसमें मुख्य रूप से देश के जवान और आर्मी वाले थे | यह ठग बड़ी ही चतुराई से जवानों से मिलजुल जाता था और उनसे दोस्ती कर लेता था, फोन रिचार्ज करने के बहाने ओटीपी देख लिया करता था| और बाद में फोन लेकर रफू चक्कर हो जाता था|
जानिए कैसे अंजाम देता था अपनी ठगी को
अभी हाल फिलहाल में ऐसी ठग की खबर आ रही है जिसे देखकर आप भी हैरान हो जाओगे | यह ठग CRPF की वर्दी में हमेशा रहता था | जांच पड़ताल करने के बाद यह सूचना मिली है कि यह ठग , जिसका नाम अरविंद तिवारी है | यह ठग ट्रेन में चढ़कर जवानों के बगल में बैठ जाता था | फिर उनसे दोस्ती करके मोबाइल पर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन का पिन देख लेता था| इसके बाद यह कुछ ऐसा बहाना बनाता था जिससे जवान इसको अपना फोन दे दें फोन के मिलते ही है रफू चक्कर हो जाता था |

जानिए आरोपी के बारे में पूरी जानकारी
आरोपी का नाम अरविंद तिवारी और विराट जिसकी उम्र 26 साल बताई जा रही है | सूत्रों से पता चला है कि वह उत्तर प्रदेश में बलिया का रहने वाला था| उसने नेवी, आईटीबीपी और सेना के 6 से ज्यादा जवानों के लाखों रुपए की ठगी की है |
पूरा मामला यह है कि 6 जून को नेवी के एक जवान ने अपने साथ हुई ठगी की शिकायत जीआरपी से की थी | इसके बाद जब पुलिस ने खोए हुए मोबाइल की लोकेशन ढूंढी तो वह उत्तर प्रदेश के बलिया में स्थित एक गांव की थी | जब पुलिस वहां पहुंची तो आरोपी पहले ही फरार हो चुका था , इसके बाद पुलिस ने आरोपी को 8 अप्रैल को धार दबोचा | इसके बाद आरोपी को 9 अप्रैल को जबलपुर ले जाया गया |
जानिए कैसे 9 जून को नेवी के सैनिक को ठग लिया
सूत्रों के मुताबिक आरोपी 6 जून 2024 को गोदान एक्सप्रेस ट्रेन में चढ़ा | और चढ़ते ही वह नेवी के जवान साई कुमार के पास बैठ गया | इसके बाद आरोपी ने खुद को सीआरपीएफ (CRPF) बताकर नेवी की ऑफिसर से दोस्ती कर ली | साइन कुमार ने नेवी ऑफिसर से कहा कि उसके मोबाइल का बैलेंस खत्म हो गया है | उसने बोला कि ” क्या आप साइ 250 रुपए कैश लेकर मेरे मोबाइल में रिचार्ज कर सकते हैं ? ” इसके बाद नेवी के जवान ने उसे कैश ले लिया और उसका मोबाइल रिचार्ज कर दिया |
जब नेवी ऑफिसर फोन पर Pin टाइप कर रहा था तब | अरविंद ठग ने उसे देख लिया | इसके कुछ देर बाद अरविंद ने रिक्वेस्ट करते हुए साइ से एक कॉल करने के लिए अपना मोबाइल मांगा | जैसे ही कुछ देर बाद नेवी जवान की नजर उस पर से हटी तो आरोपी मोबाइल लेकर ट्रेन से उतर गया |

जानी अरविंद ने कितने रुपए की ठगी की
अरविंद अच्छी इंग्लिश बोलना था जिससे उसे पर कभी कोई शक नहीं करता था | वहीं दूसरी और वह सीआरपीएफ की वर्दी पहना था जिससे उसे पर शक की गुंजाइश बिल्कुल खत्म हो जाती थी | इसके बाद उसने एक व्यक्ति के मोबाइल में 20,000 ट्रांसफर किया उसने बताया उसका कार्ड घर पर छूट गया है इसके बाद उसने कैश के बदले ₹20000 ट्रांसफर कर दिए |
पुलिस की पूछताछ के बाद यह पता चला कि उसने 4 अक्टूबर को एक आर्मी जवान अजीत सिंह के साथ भी इसी तरह का ठग किया था जिसके बाद उसने 50000 रुपए का ठगी की थी | ऐसा ही उसने आईटीबीपी के जवान श्री राम मालाकार से 97 हजार की ठगी की थी |
आरोपी ने बताया कि उसने यह सब ठगी गूगल से सीखी थी |