रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती - भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 9 अप्रैल 2025 को रेपो रेट को 6.25% से घटाकर 6% कर दिया, जो दूसरी बार लगातार कटौती है।
शेयर बाजार में गिरावट - रेपो रेट कटौती के बावजूद, सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट देखी गई। सेंसेक्स 554 अंक नीचे 73,847 पर बंद हुआ, और निफ्टी 0.61% गिरकर 22,399 पर आ गया।
बैंकों पर दबाव - बैंकिंग शेयरों में बिकवाली हुई, निफ्टी बैंक लगभग 1% गिरा। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे शेयरों में 2% तक की गिरावट दर्ज की गई।
वैश्विक अनिश्चितता का असर - अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ और वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका ने निवेशकों के बीच चिंता बढ़ाई, जिससे बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
सोने के ऋण पर सख्ती - आरबीआई ने सोने के ऋण के लिए कड़े नियमों का संकेत दिया, जिसके चलते मुथूट फाइनेंस और आईआईएफएल फाइनेंस जैसे स्टॉक्स में 9% तक की गिरावट हुई।
उपभोक्ता मांग में संभावित बढ़ोतरी - विशेषज्ञों का मानना है कि रेपो रेट कट से उधार लेने की लागत कम होगी, जिससे लोन और ईएमआई सस्ते हो सकते हैं, और इससे मांग बढ़ सकती है।
बाजार की आगे की उम्मीद - विश्लेषकों का कहना है कि आने वाले महीनों में और कटौती संभव है, जो लंबे समय में घरेलू मांग और रेट-सेंसिटिव स्टॉक्स को सपोर्ट कर सकती है, लेकिन अभी वैश्विक जोखिम हावी हैं।