रोशनी ने अपनी मेहनत और लगन से HCL को एक नई पहचान दी, और इसे टेक्नोलॉजी की दुनिया में सबसे आगे ले गईं।

उनकी स्मार्ट सोच और इनोवेशन ने HCL को ग्लोबल लेवल पर मशहूर बनाया, जिससे सबको प्रेरणा मिली।

भारत की सबसे अमीर महिला बनकर रोशनी ने दिखा दिया कि सपने सच हो सकते हैं, और वो आज एक मिसाल हैं।

उनकी पढ़ाई विदेश से हुई, लेकिन उसका इस्तेमाल उन्होंने अपने देश के लिए किया, जो उनकी सफलता का बड़ा कारण है।

अपने पिता शिव नादर की बनाई कंपनी को रोशनी ने न सिर्फ संभाला, बल्कि उसे कई गुना आगे बढ़ाया।

HCL के बड़े-बड़े सौदे जैसे IBM प्रोडक्ट्स की डील उनकी समझदारी और दूरदर्शिता का शानदार सबूत हैं।

कम उम्र में ही रोशनी ने बिजनेस की दुनिया में ऐसा नाम कमाया कि लोग उनकी तारीफ करते नहीं थकते।

काम के साथ-साथ वो समाज सेवा में भी आगे रहती हैं, और कई अच्छे कामों के लिए हमेशा तैयार रहती हैं।

रोशनी ने अपने जुनून और मेहनत से ये साबित कर दिया कि अगर इरादा पक्का हो तो कुछ भी नामुमकिन नहीं।

उनकी कहानी हर भारतीय महिला को हिम्मत देती है कि वो भी अपने सपनों को सच कर सकती हैं।

HCL को दुनिया भर में मजबूत बनाने में रोशनी का बहुत बड़ा हाथ है, और वो आज भी इसे आगे बढ़ा रही हैं।